Saturday 25 July 2015

भागवत महाराज, इस फेंकू का कुछ इलाज करो भाई...!!


अरे पता करो कि इस संघी सेवक ने किस पेस्ट से मुंह धोया था कि संविधान, धर्मनिरपेक्षता , धार्मिक आस्था की स्वतंत्रता जैसे शब्द इसके मुंह से झड़ने लगे? क्या ओबामा की लताड़ काम आ रही है या दिल्ली चुनाव के नतीजों ने इसका दिमाग खराब कर दिया है?
यह वही आदमी है न, जिसने गुजरात के दंगों को 'क्रिया की प्रतिक्रिया' कहा था? यही वह आदमी है न ,जिसने 'वे पांच,उनके पच्चीस' के नारे लगाये थे?? इसी आदमी के मंत्रिमंडल में दंगाई और बलात्कारी भरे पड़े हैं न, जो आज भी उन्माद फैलाने में लगे हैं! साक्षी इसी की पार्टी का है न और प्राची भी इसी गिरोह की है न!! यह आदमी भी उसी उचक्के गिरोह का सदस्य है न, जिसने गांधीजी की जगह गोड़से की मूर्तियाँ लगाने का अभियान चला रखा है!!! यह वही गिरोह है न, जो धर्मनिरपेक्षता और धारा-370 पर बहस चलाने की मांग कर रहा है!!!!
पूरे देश में चर्चों पर हमले हुए हैं, तो किसने किये हैं? किसने ग्राहम स्टेंस और उसके मासूम बच्चों को जिन्दा जलाया था?? किसने बाबरी मस्जिद तोड़ी थी??? कौन कथित 'घर वापसी' को "चोरी का माल वापस लेने" जैसा बता रहा है???? फिर ये बददिमाग आदमी किस पर सख्त कार्यवाही करने की बात कर रहा है? ये संघी सेवक इन लोगों के खिलाफ कुछ कदम उठाएगा??...
अरे इसे छोडो. 10-12 दिन पहले चर्चों पर हमलों के खिलाफ जिस पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर लाठियां चलाई थीं, क्या वह केजरीवाल की पुलिस थी?...और ज्यादा पीछे क्यों जाएं! इसी आदमी की सरकार ने भारत के संविधान के विज्ञापन में 'धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद' शब्दों को हटाया है न!!
बेचारा फेंकू बदहवास है. भागवत महाराज, जल्दी से इसका कुछ इलाज करो, वरना ये तो 'हिन्दू राष्ट्र' की लुटिया ही डुबो देगा!...और यदि लुटिया ही डूब गई, तो समझो न हिन्दुत्व बचेगा और न हिन्दुत्व के पैरोकार!! कुछ करो भाई, इस सिरफिरे परधानमंत्री का!!!

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